
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद नामी कंपनियों में नौकरी और लाखों रुपए के लुभावने पैकेज किसे अच्छे नहीं लगते, लेकिन महू की सोनम की ख्वाहिश कुछ और थी। बीई करने के बावजूद सोनम ने टीसीएस का ऑफर ठुकराकर थलसेना में जाने का फैसला किया।
यही नहीं सोनम की बड़ी बहन पूनम भी जेट एयरवेज की अच्छी खासी नौकरी छोड़कर वायुसेना जॉइन करने की तैयारी कर रही है।
देशसेवा का यह जज़्बा दोनों बहनों ही नहीं पूरे परिवार के खून में है। इनके दादा और नाना भी सेना में रहे हैं। सोमवार की सुबह धार नाका क्षेत्र के रहवासियों में एक अलग ही उत्साह था। यहां रहने वाले प्रेमकुमार पांडेय की छोटी बेटी सोनम प्रशिक्षण के बाद थलसेना की लेफ्टिनेंट बनकर घर लौटी थी।
सभी सोनम के स्वागत के लिए आतुर थे। जैसे ही वह तिराहे पर आई, लोगों ने उसे हार-फूल से लाद दिया। 22 वर्षीय सोनम के पिता प्रेमकुमार और मां पुष्पा बताते हैं कि इस क्षेत्र की पहली बालिका सेना में अधिकारी बनी है।
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