इंदौर. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी को 31 जनवरी की शाम 5 बजे तक सेमेस्टर परीक्षाओं के सारे रिजल्ट घोषित करना है लेकिन वह एक भी नहीं कर पाई है। आलम यह है कि अभी तक किसी भी परीक्षा का मूल्यांकन सौ फीसदी नहीं हो पाया है। ऐसे में पूरी व्यवस्था ही सवालों के घेरे में है। यह समय-सीमा किसी और ने नहीं बल्कि राज्य शासन की तरफ से कुलपति को दी गई थी। परीक्षाएं 31 दिसंबर को ही खत्म हो गई। लेकिन पूरे एक माह में एक भी रिजल्ट तैयार नहीं हो पाया है। जबकि बीकॉम,बीए और बीएससी पहले,तीसरे और पांचवे सेमेस्टर की यह परीक्षाएं 1 दिसंबर को ही शुरू हो गई थीं।
दरअसल रिजल्ट जल्दी देने के लिए नई व्यवस्था के तहत जीएसीसी (गवर्नमेंट अटल बिहारी वाजपेयी आर्ट्स एंड कॉमर्स), ओल्ड जीडीसी, न्यू जीडीसी और न्यू साइंस और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज के पास मूल्यांकन का पूरा जिम्मा सौंपा गया था। इतना ही नहीं झाबुआ, धार, खंडवा और खरगोन में भी लीड कॉलेजों के पास मूल्यांकन की पूरी जिम्मेदारी है। कॉपियां किसके पास जांचने भेजना है। कब वापस बुलवाना है, यह सारे अधिकार प्राचार्यों के पास ही हैं। लगातार मूल्यांकन चल रहा है। बावजूद इसके हालत यह है।
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