भोपाल और इंदौर में प्रस्तावित लाइट मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर का काम पूरा होने से पहले ही देश की बड़ी कंपनियों ने इसमें रुचि लेना शुरू कर दिया है। रिलायंस, टाटा, जेपी ग्रुप और एलएंडटी जैसी नामी कंपनियों के साथ ही मोनो रेल का प्रोजेक्ट करने वाली मलेशियाई कंपनी स्कोमी ने भी यहां काम करने की इच्छा जताई है। कंपनियां दोनों शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत सरकार के साथ काम करने को सहमत हैं। कंपनियों ने अंतरिम डीपीआर में कुछ बदलाव भी सुझाए ताकि प्रोजेक्ट के संचालन में किसी तरह की दिक्कत न हो। उधर, सरकार ने भी 31 मई तक डीपीआर तैयार करने का लक्ष्य तय कर दिया है। साथ ही अगले साल काम शुरू करने की तैयारी भी कर ली है। शेष | पेज 11 पर जल्द ही प्रोजेक्ट के लिए कानूनी अड़चनों को दूर कर सभी तरह की मंजूरियां ली जाएंगी। भोपाल में मेट्रो के लिए करीब 85.66 किमी लंबी लाइन बिछाई जाना प्रस्तावित है। मेट्रो प्रोजेक्ट का काम जल्द शुरू करने के लिए सरकार ने हाल ही में देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम करने वाली 23 कंपनियों के साथ कंसल्टेटिव बैठक की है। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बंगले पर हुई बैठक में कंपनियों के बड़े अधिकारियों और कंसल्टेंट ने काम करने के लिए सरकार से जरूरी कानूनी बाधाओं को दूर करने के लिए कहा। मप्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने भी उन्हें प्रस्तावित मेट्रो प्रोजेक्ट की जानकारी दी।
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