
उच्च शिक्षा विभाग ने नए सत्र के लिए कॉलेजों में होने वाली एडमिशन की गाइड लाइन 18 मई तक घोषित किए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। शासन ने एमपी ऑनलाइन के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 21 मई से शुरू होने से पहले टेस्टिंग की जाए। ताकि छात्रों को किसी तरह की परेशान न हो। हर बार रजिस्ट्रेशन में किसी न किसी तरह की तकनीकी दिक्कतें आ जाती हैं।
इस बार प्रबंधन ने खास तैयारी की है। एमपी ऑनलाइन को इस प्रक्रिया के लिए कम से कम 10 विशेषज्ञ को भी तैनात करना है, ताकि किसी भी बड़ी समस्या से तत्काल निपटा जा सके।
21 से प्रक्रिया शुरू करने के पीछे कारण यह है कि तब तक संभवत: एमपी बोर्ड और सीबीएसई के 12वीं रिजल्ट भी आ जाएंगे। हालांकि दोनों रिजल्ट के लिए 25 मई तक का समय निर्धारित है। ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन एडमिशन देने वाले अल्पसंख्यक कॉलेजों में भी एडमिशन प्रक्रिया साथ में ही शुरू होगी। इस बार ऑनलाइन एडमिशन देने वाले कॉलेज भी तीन दिन (कब से कब तक यह गाइड लाइन में पता चलेगा) ऑफलाइन प्रवेश दे सकेंगे।
रजिस्ट्रेशन के लिए विद्यार्थियों को कम से कम 3 सप्ताह का समय दिया जाएगा। जबकि उच्च शिक्षा विभाग की तैयारी है कि 1 जुलाई तक दो दौर की सूची जारी हो जाए। ताकि 10 जुलाई से कॉलेजों में नए सत्र की पढ़ाई शुरू की जा सके। खास बात यह है कि इस बार भी एमपी ऑनलाइन के कियोस्क सेंटर पर 12वीं के रिजल्ट के आधार पर रजिस्ट्रेशन होंगे। लेकिन बाकी की प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि इस बार उन तमाम समस्याओं को दूर किया गया है, जो विद्यार्थियों के लिए परेशानी का कारण बनती है।
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