
Plot: मोहित सूरी बहुत ही टैलेंटेड डायरेक्टर हैं और ऑन स्क्रीन इमोशंस दिखाने में माहिर हैं मगर इस बार वह बुरी तरह फेल हो गए हैं।
‘आशिकी 2’ जैसी जबरदस्त लव स्टोरी बना चुके मोहित सूरी अब लेकर आए हैं हमारी अधूरी कहानी.इस फिल्म में इमरान हाशमी, विद्या बालन और राज कुमार राव लीड रोल्स में हैं। ट्रेलर और सॉन्ग्स से तो यही लगा था कि एक इंटेंस इमोशनल फिल्म होगी जो कि ड्रामा और रोमांस से भरपूर है. क्या ये सबके एक्सपेक्टेशन पर खरी उतरी? जानते हैं
स्टोरी:
स्टोरी है वसुधा प्रसाद(विद्या बालन) की जिसकी शादी उसकी मर्जी के खिलाफ हरी(राजकुमार राव) से कर दी जाती है। शादी के कुछ वक्त बाद हरी गायब हो जाता है, पुलिस उसकी तलाश करती है मगर नाकामी ही हाथ लगती है। इधर वसुधा हरी के बिना अपने बेटे की अकेले ही परवरिश करने में बिजी है। एक दिन उसकी मुलाकात आरव रुपारेल(इमरान हाशमी) से होती है। आरव वसुधा को देखते ही दिल दे बैठता है। उसके प्रपोजल को वसुधा रिजेक्ट कर देती है क्योंकि वह शादीशुदा है। वहीं आरव वसुधा के लिए अपने प्यार को कम नहीं कर पाता। क्या वसुधा उसके प्यार को अपनाती है या फिर इसे ठुकराकर अपनी जिंदगी में वापस लौट जाती है? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
डायरेक्शन :
मोहित सूरी बहुत ही टैलेंटेड डायरेक्टर हैं और ऑन स्क्रीन इमोशंस दिखाने में माहिर हैं मगर इस बार वह बुरी तरह फेल हो गए हैं। स्क्रीनप्ले बहुत ही एवरेज है और कुछ इमोशनल सीन्स तो ऐसे हैं जिन्हें देखकर आपकी हंसी छूट जाए। इतना ही नहीं कई बार तो ऐसा लगता है कि आप कोई ड्रामे से भरपूर टीवी सीरियल देख रहे हैं। फिल्म के कुछ सीन्स में कोई सेंस नजर नहीं आता और डायलॉग्स की हालत तो और भी ख़राब है।
एक्टिंग :
इमरान हाशमी ने कैरेक्टर को प्ले करने में अपनी जी जान लगा दी और अच्छा काम किया, मगर प्रॉब्लम ये है कि कई बार वह अपने कैरेक्टर में खुद ही बेहद कन्फ्यूज नजर आते हैं। वहीं, विद्या बालन के एक्टिंग टैलेंट को फिल्म में पूरी तरह से वेस्ट किया गया है। वह फिल्म में लगातार सिर्फ रोती नजर आती हैं। एक साइको हसबैंड के रोल में राजकुमार राव ने बढ़िया काम किया है।
What’s Good:
♦ संगीत
♦ सिनेमेटोग्राफी
♦ राजकुमार राव
♦ इमरान हाशमी-विद्या बालन की केमिस्ट्री
What’s Bad:
♦ जल्दबाजी में फिल्म को समेटना
♦ ओवर ड्रामा
♦ धीमी गति
♦ कई लूपहोल्स
♦ कमजोर स्क्रीनप्ले
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