
चंडीगढ़ की रहने वाली सिंगर जसलीन औलख शहर में परफॉर्म करने आई थी। उनका कहना है की – मैं सिंगर ही बनना चाहती थी। और जब सिंगर बनने का तय किया तो मन में डर था कि लोग क्या कहेंगे। कई लोग हिम्मत तोड़ते हैं, टांग खींचते हैं। ऐसे में मेरी मां ने मेरी हिम्मत बढ़ाई। पूरा सपोर्ट किया। और मैं उनके ही लिखे गीत गाकर सिंगर बन गई। आज मैं खुद गाने कम्पोज़ करती हूं, गिटार प्ले करती हूं और गाती हूं।
मेरा पहला म्यूज़िक एलबम पॉलीज़ डायरी आया था। यह मेरी मां पॉली की डायरी से लिए गए गीत थे। उन्होंने कुछ बहुत ही रोमांटिक लिरिक्स अपनी डायरी में लिखे थे। ये मुझे बहुत पसंद आए। और फिर उन्हें कम्पोज़ किया तथा गाया। इस एलबम को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला। आज मां के बढ़ाए हौसलों के कारण ही मैं यह मुकाम हासिल कर सकी हूं। उन्हीं के गानों पर दुनियाभर में स्टेज़ परफॉर्मेस दे रही हूं। मेरी मां गाती भी हैं।
मां के साथ मिलकर मैंने पंजाबी में कई एलबम्स प्रोड्यूस किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा पॉपुलर एलबम है पॉलीज़ डायरी। यह दो साल पहले रिलीज़ हुआ था और इसकी पॉपुलैरिटी का राज़ है कि इसमें दिल से निकली आवाज़ है। मैंने हिंदी, उर्दू, फ्रेंच और अंग्रेजी में भी गाने गाए हैं। वैसे मैंने फ्रेंच लैंग्वेज में डिग्री भी ली है। मैं अकसर अकेले में धुन बनाती हूं। एकांत और अकेलापन मेरे लिए बहुत मायने रखता है।
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