
दादरी की घटना को लेकर प्रसिद्ध साहित्य कार अशोक वाजपेयी ने भी साहित्यर अकादमी सम्माान लौटा दिया है। उनकी विभिन्न कविताओं के लिए वर्ष 1994 में उन्हें भारत सरकार द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा गया था। दादरी की घटना से काफी आहत वाजपेयी ने देश में बढ़ती अहसनशीलता और दादरी जैसी घटनाओं के विरोध में ये सम्मान लौटाने का फैसला किया।
उन्हों ने NDTV से बातचीत में कहा, ‘अब समय आ गया है कि लेखकों को कट्टरता के खिलाफ़ एकजुट होकर आवाज़ उठानी चाहिए।’ उन्होंचने कहा, ‘लेखक के पास विरोध करने का यही तरीका है।’ साथ ही सवाल उठाया कि ‘ऐसे संवेदनशील मामले में इतने मुखर पीएम नरेंद्र मोदी चुप क्योंो हैं? और कहा कि पीएम अपने मंत्रियों को चुप कराएं।’
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