अब नही बनेगा फेसबुक पर फेक अकाउंट
December 17, 2015
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फेसबुक की रियल नेम पॉलिसी को पिछले कुछ सालों से यूजर्स दरकिनार करते हुए फेक नेम से प्रोफाइल बनाने लगे हैं। इसलिए कंपनी ने अब रियल नेम पॉलिसी में कुछ बदलाव किए हैं। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में इस बात की जानकारी दी है।
फेसबुक की इस रियल नेम पॉलिसी के अंतर्गत यूजर को अकाउंट बनाते समय नाम और उम्र के अलावा अपनी कुछ और डीटेल्स भी देनी होंगी जिससे ये कन्फर्म हो सके कि यूजर अपने रियल नेम से ही अकाउंट बना रहा है। इस नए सिस्टम में एजीबीटी और नॉन वेस्टर्न नेम जैसे फीचर्स भी जोड़े गए हैं। इसे आज से ही अमेरिका में लागू कर दिया गया है। इसे धीरे-धीरे बाकी देशों में भी लागू किया जाएगा।
फेसबुक के मुताबिक रियल नेम पॉलिसी में ये बदलाव करने से पहले कंपनी ने काफी रिसर्च की है और इसके लिए कई कम्युनिटी लीडर्स और सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन्स से बात की गई है।फेसबुक के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर क्रिस कोक्स का कहना है कि कंपनी रियल और फेक अकाउंट्स में पहचान करने के लिए आगे और भी नए फीचर्स एड करेगी। इसके साथ ही मौजूदा फीचर्स में भी कुछ बदलाव किए जाएंगे।
अगर कोई यूजर फेक अकाउंट के बारे में फेसबुक को बताना चाहता है तो इसके लिए कंपनी ने प्रोसेस को थोड़ा और डिफिकल्ट बना दिया है। पहले यूजर फेक अकाउंट के बारे में फेसबुक को आसानी से बता सकता था। लेकिन अब यह भी बताना होगा कि आपको ये अकाउंट फेक क्यों लग रहा है।
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