
इंदौर। शास्त्रीय संगीत की समृद्धशाली कला और मिट्टी की सौंधी महक लिए खालिस आवाज के साथ सजा सूफियाना अंदाज। कल्पना करें एक ऐसे आयोजन की जिसमें भारतीय संगीत के ये दो रंग खिले हों। इंडियन रोड कांग्रेस के 76वें अधिवेशन में शनिवार को गुंदेचा बंधुओं ने ध्रुपद गायन पेश किया, तो कैलाश खेर की गायकी के जादू से गुलजार हुई।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में जारी इस अधिवेशन में गायकी के दोनों ही अंग म्यूजिक लवर्स को खासे पसंद आए। कैलाश खेर ने अपने हरफनमौला अंदाज और लोकप्रिय गीतों से ऐसा समा बांधा कि वहां मौजूद हर कोई झूम उठा। सामान्य कदकाठी के इस गायक के फकीराना ठाठ का हर कोई कायल हो गया। ‘तेरी दिवानी, ढ़ोल बाजे तुंबा बाजे, अल्लाह के बंदे हंस दे’ जैसे हिट नंबर्स का तो लुत्फ लिया ही, पर सबसे ज्यादा धूम ‘बगड़ बम बगड़ बम’ भजन ने मचाई। कैलाश ने जैसे ही इसे गाना शुरू किया ऑडियंस में बिजली सी दौड़ गई। इसके अलावा ‘सोणिये…’गीत पर कैलाश के साथ इंदौरी गर्ल्स ने स्टेज पर जमकर डांस किया। गीतों का यह खूबसूरत कारवां देर रात तक चलता रहा।
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