
इंदौर। आतंकवादी यदि डर और नकारात्मकता फैलाना चाहते हैं तो हमें उसका जवाब अपनी सकारात्मकता, विश्वास और साहस से देना होगा। यदि हम डर कर अपने घरों में छुप गए तो यह उनकी जीत होगी। हमें बाहर निकलना होगा और विश्व में शांति का परचम लहराना होगा। आंतकवाद को मुंह तोड़ जवाब देने की यह बात कही 6 देशों से आए यूथ वालेंटियर्स ने।
रविवार को मृत्युंजय भारत ट्रस्ट ने प्लेनेट अर्थ नाम से यूथ ग्रुप की शुरुआत की। इसकी पहली मीटिंग में इंडोनेशिया, किरजिस्तान, मोरोक्को, ताइवान, बहरीन और मॉरीशस के युवा प्रतिनिधि शामिल हुए। इन सभी ने मिलकर युवा सशक्तिकरण, शिक्षा और विश्व शांति जैसे विषयों पर परिचर्चा की।
अलग-अलग देशों से आए ये वालेंटियर्स इंदौर में सामाजिक संगठनों के साथ समाजसेवा कर रहे हैं। कॉन्फ्रेंस के दौरान युवाओं ने आंतकवाद की नई परिभाषा देते हुए कहा कि कि ‘हर वह विवाद जो आपमें डर पैदा करें वह आंतकवाद है”। बहरीन हुसैन अली अहमद ने कहा कि हमारे देश में सिया और सुन्नी की लड़ाई चलती रहती है। यह किसी आंतकवाद से कम नहीं। इससे निपटे बगैर हमारा पूर्ण विकास संभव नहीं है।
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