
इंदौर. 20 लैप और चार घंटों तक चला रफ्तार और रोमांच का गेम। चैलेंजेस एक्सेप्ट करने का रियल लाइफ एक्सपीरियंस। कॉम्पीटिशन ऐसी जिसमें स्टूडेंट्स ने दिखाया इंजीनियरिंग टैलेंट। हजारों की तादात में देश से स्टूडेंट्स और आप-पास के लोग हुए शामिल। ये नजारा रविवार को एसएई इंडिया की ओर से पीथमपुर नेट्रिप पर हुई 9वीं बाहा 2016 कॉम्पीटिशन में देखने को मिला। यहां, मोमेंटम, स्पीड, डिस्टेंस और एक्सलरेशन का बेहतर कॉम्बिनेशन पेश किया गया। सुबह 10.30 बजे से कॉम्पीटिशन शुरू हुई जो कि 2.30 बजे तक चली।
डिफरेंट डिफिकल्ट राउंड्स को क्रेक करती हुई फाइनल एंड्यूरेंस टेस्ट में पहुंची देशभर की 126 कॉलेजों की इंजीनियरिंग टीमों ने ट्रेक पर अपनी ऑल टैरेन व्हिकल (एटीवी) दौड़ाई। हर टीम में करीब 15 से 25 मेंबर्स थे, जिन्होंने टॉप पॉजीशन पर आने के लिए एंड तक मेहनत की।प्राइड ऑफ इंदौर का अवॉर्ड आईआईएसटी (नंबर 55) की टीम को दिया गया। यह अवॉर्ड टीम को ओवरऑल और हर राउंड में बेहतर परफॉर्मेंस और डिसिप्लीन के लिए दिया गया। महिंद्र एंड महिंद्रा के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. पवन गोयनका, एसएई इंटरनेशनल यूएसए के एडवाइजर मुरली अय्यैर, नेट्रिप के सीईओ संजय बंधोपाध्याय और को-कनवीनर मुकेश तिवारी ने विनर्स को अवॉर्ड दिए। ई-बाहा कैटेगरी में दियोगिरी इंजीनियरिंग कॉलेज, औरंगाबाद (नंबर 161) चैम्पियन रही।
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