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इंदौर की जूही ने नेशनल टीम में बनाई जगह
शहर में हो रही एशियन चैंपियनशिप में भाग ले रही खो-खो की राष्ट्रीय टीम में मध्यप्रदेश से एकमात्र चयनित खिलाड़ी जूही गोविंद कॉलोनी इंदौर की रहवासी हैं। बेहद साधारण परिवार की इस खिलाड़ी के बचपन का सपना कई संघर्षों के बाद आज हकीकत में तब्दील हुआ है।
18 वर्षीय जूही झा 5वीं कक्षा से ही खो-खो खेलती आ रही हैं। लगातार मेहनत व लगन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बना दिया। परिवार की इच्छा थी कि जूही इंजीनियरिंग करे। इसके लिए मां रानी सिलाई का काम करतीं, ताकि पढ़ाई के लिए रुपए की कमी न हो। परिवार की आर्थिक स्थिति को देखकर जूही ने फिलहाल इंजीनियरिंग का विचार छोड़कर खो-खो में ही अपना भविष्य तलाशने की ठानी है। हैप्पी वाण्डरर्स मैदान पर खेली जा रही एशियन खो-खो चैंपियनशिप में उनकी टीम ने फाइनल मुकाबले में भी जीत दर्ज की है। इससे जूही के अरमानों को भी पंख मिल गए हैं।
स्कूल लेवल पर राष्ट्रीय टीम में खेल रहीं जूही के परिवार में दूर-दूर तक कोई खिलाड़ी नहीं है। एक दिन स्कूल में खो-खो खेलने के बाद शिक्षकों से मिली तारीफ ने उसका हौसला बढ़ा दिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का सपना साकार हुआ। फिलहाल जूही इंदौर के खो-खो फेडरेशन में प्रशिक्षण ले रहीं हैं। वे महाराष्ट्र, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, आंध्रप्रदेश, मुंबई में भी अपना लोहा मनवा चुकीं हैं।
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