फ़िनलैंड के वैज्ञानिक हवा से प्रोटीन बना रहे हैं. उनका दावा है कि इस दशक में ये सोयाबीन के दामों को टक्कर देगा.
प्रोटीन का उत्पादन मिट्टी के बैक्टीरिया से होता है जो बिजली के ज़रिए पानी से अलग हुए हाइड्रोजन से बनता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर बिजली सौर या हवा की ऊर्जा से बनती है तो ये खाना बनाने में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन शून्य के बराबर होगा.
अगर उनका सपना सच होता है तो खेती से जुड़ी कई मुश्किलें सुलझाने में दुनिया को काफ़ी मदद मिल सकती है.
जब मैं बीते साल हेल्सिंकी स्थित सोलर फूड के प्लांट गया तो शोधकर्ता इसके लिए फंड जुटा रहे थे.
अब उनका कहना है कि उन्होंने क़रीब 5.5 मिलियन यूरो का निवेश पाने की राह बना ली है. उनका अनुमान है कि बिजली की क़ीमत को देखते हुए इस दशक के अंत तक या साल 2025 तक इसकी लागत भी सोया के उत्पादन में होने वाले खर्च के आसपास होगी.
साभार :- बीबीसी
Leave a Reply