सुप्रीम कोर्ट और उसकी ओर से नियुक्त बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के प्रशासकों की समिति (सीओए) की तमाम कोशिशों के बावज़ूद क्रिकेट की साफ-सफाई इतनी आसान नहीं लगती. यह बात एक दिन पहले ही हुए एक ख़ुलासे से साबित हो गई है. इंडिया टुडे और आज तक चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए बताया है कि भारत और न्यूज़ीलैंड के पुणे में हुए दूसरे एकदिवसीय मैच से पहले क्यूरेटर ने पिच से छेड़छाड़ करने की हामी भर दी थी.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक स्टिंग ऑपरेशन करने वाले मीडियाकर्मी ने पुणे के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर से सट्टेबाज़ के तौर पर संपर्क किया था. उसने उन्हें कहा कि दो खिलाड़ी पिच में ज़्यादा बाउंस चाहते हैं. उसके हिसाब से क्या पिच में कुछ तब्दीली हो सकती है? इस पर सालगांवकर ने कहा, ‘पांच मिनट में हो जाएगा.’ यहां तक कि उन्होंने उनसे संपर्क करने वाले कथित सट्टेबाज़ों को मैच से पहले पिच का निरीक्षण करने तक की मंज़ूरी दे दी थी.
सालगांवकर ने दावा किया था कि मैच में खूब रन बनेंगे. जो भी टीम पहले बल्लेबाजी करेगी वह 340 रन तक का लक्ष्य रख सकती है. और बाद में खेलने वाली टीम इस लक्ष्य को भी आसानी से हासिल कर लेगी. इस बाबत आज तक पर दिखाए गए स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो क्लिप में यह पूरी बातचीत सुनी जा सकती है.
सुप्रीम कोर्ट और उसकी ओर से नियुक्त बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के प्रशासकों की समिति (सीओए) की तमाम कोशिशों के बावज़ूद क्रिकेट की साफ-सफाई इतनी आसान नहीं लगती. यह बात एक दिन पहले ही हुए एक ख़ुलासे से साबित हो गई है. इंडिया टुडे और आज तक चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए बताया है कि भारत और न्यूज़ीलैंड के पुणे में हुए दूसरे एकदिवसीय मैच से पहले क्यूरेटर ने पिच से छेड़छाड़ करने की हामी भर दी थी.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक स्टिंग ऑपरेशन करने वाले मीडियाकर्मी ने पुणे के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर से सट्टेबाज़ के तौर पर संपर्क किया था. उसने उन्हें कहा कि दो खिलाड़ी पिच में ज़्यादा बाउंस चाहते हैं. उसके हिसाब से क्या पिच में कुछ तब्दीली हो सकती है? इस पर सालगांवकर ने कहा, ‘पांच मिनट में हो जाएगा.’ यहां तक कि उन्होंने उनसे संपर्क करने वाले कथित सट्टेबाज़ों को मैच से पहले पिच का निरीक्षण करने तक की मंज़ूरी दे दी थी.
सालगांवकर ने दावा किया था कि मैच में खूब रन बनेंगे. जो भी टीम पहले बल्लेबाजी करेगी वह 340 रन तक का लक्ष्य रख सकती है. और बाद में खेलने वाली टीम इस लक्ष्य को भी आसानी से हासिल कर लेगी. इस बाबत आज तक पर दिखाए गए स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो क्लिप में यह पूरी बातचीत सुनी जा सकती है.
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ख़ास बात ये है कि पांडुरंग सालगांवकर खुद पूर्व क्रिकेटर हैं. उन्हें एक समय में भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने वाले तगड़े दावेदारों में गिना जाता था. यह 70 के दशक की बात है.सालगांवकर तेज गेंदबाज़ थे. उन्होंने भारतीय टीम के साथ 1974 में श्रीलंका का दौरा भी किया था. हालांकि वह श्रृंखला अधिकृत नहीं थी. इसके बाद वे कभी भारतीय टीम में शामिल नहीं हो पाए. अलबत्ता वे प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते रहे और 63 मैचों में 214 विकेट अपने नाम किए.
बहरहाल ‘पिच फिक्सिंग’ विवाद के बाद उन्हें पिच क्यूरेटर की ज़िम्मेदारी से बर्ख़ास्त कर दिया गया है. उनकी जगह बीसीसीआई के क्यूरेटर रमेश म्हामुनकर को दूसरे मैच की ज़िम्मेदारी दी गई थी. साथ ही आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के पर्यवेक्षकों ने भी पिच का निरीक्षण किया. जब उन्होंने पिच में किसी तरह की छेड़छाड़ न होने की पुख़्तग़ी कर ली तब कहीं जाकर बुधवार को दोनों टीमों के बीच मैच हो पाया.
इस ख़ुलासे के बाद बीसीसीआई सीओए के चेयरमैन विनोद राय ने कहा, ‘इस तरह की गतिविधियां बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. हम मामले की जांच करा रहे हैं.’ बोर्ड के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी है. रेडियो न्यूज़ीलैंड से बातचीत में आईसीसी के प्रवक्ता ने भी कहा, ‘हम भी अपनी तरफ से पूरे मामले की जांच करा रहे हैं.’
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