इंदौर। हाल ही में आरंभ हुए नए सत्र की शुरूआत से ही देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी को बड़ी राहत मिल सकती है। शासन ने प्रबंधन की मांग पर कम से कम चार नए सहायक कुलसचिव भेज सकता है। इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि ८ में से एक भी सहायक कुलसचिव नहीं होने से कामकाज पूरी तरह ठप होने की स्थिति है। पहले से ही स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहे प्रबंधन के सामने बड़ा संकट है। पहले से ही परीक्षा रिजल्ट और डिग्री के मामले में पिछड़ रही यूनिवर्सिटी के सामने हालात और बिगड़ने की स्थिति है। प्रबंधन का कहना है कि वह जल्द ही इस मामले में शासन को पत्र लिखकर कम से कम चार पद तत्काल भरने की मांग करेगा। कई विभागों में काम पूरी तरह ठप : कुछ समय पहले तक यूनिवर्सिटी के पास चार सहायक कुलसचिव थे। लेकिन पहले प्रज्वल खरे और फिर रचना ठाकुर का प्रमोशन हुआ। इस तरह लगातार सहायक कुलसचिव की संख्या घटती गई। फिलहाल गोपनीय,परीक्षा, प्रशासन और स्थापन विभाग का काम पूरी तरह से ठप होने की स्थिति है। सारा काम उप कुलसचिव देख रहे हैं। जबकि डॉ. अनिल शर्मा जैसे उप कुलसचिव के पास परीक्षा नियंत्रक जैसा महत्वपूर्ण जिम्मा भी है।
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