बचे खाने की गैस से बनेगा खाना
September 18, 2014
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आईपीएस एकेडमी ने शहर में पहली बार किचन गारबेज से गैस बनाने का संयंत्र लगाया है और इसकी सफलता के बाद 15 स्कूूलों में इसे अपनाया जाएगा। 50 किलोग्राम क्षमता वाली इस मशीन से अगले पांच दिनों में रोजाना 9 किलों गैर बनना शुरु होगी। नागपुर के हेमंत अठलावकर और विनोद वर्मा ने दो साल की मेहनत के बाद यह मशीन बनाई है। पहले बनाई गई मशीन से हर तरह का कचरा प्रोसेस कर कई तरह की चीजें बनाई जा सकती थीं। इस मशीन के बड़ी और महंगी होने से इसका उपयोग छोटे स्तर पर नहीं किया जा सकता था। वापस रिसर्च कर छोटी और सिर्फ किचन गारबेज को प्रोसेस करने वाली मशीन बनाई गई। यह मशीन सिर्फ किचन गारबेज से गैस बनाने के काम आती है इसलिए इसका नाम रेवोशनली डस्टबिन रखा और इसे छोटा कर रेबोबिन नाम दिया।
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