प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में नवंबर से नवजात बच्चों को डिप्थीरिया, परट्यूसिस, टिटनेस, हेपेटाइटिस और हीमोफिलस इनफ्लुएंजा के अलग-अलग टीके नहीं लगेंगे। इनकी बजाय केवल एक पेंटावेलेंट टीका (वैक्सीन) मुफ्त में लगाया जाएगा। राज्य सरकार ने यह निर्णय डब्ल्यूएचओ की सिफारिश पर लिया है। सीएमएचओ डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि अभी अस्पतालों में बच्चों को इन बीमािरयों से बचाने के लिए पांच अलग-अलग टीके लगाए जाते हैं। ये टीके जन्म के डेढ़ महीने बाद से लेकर सवा साल की उम्र तक चार बार लगाए जाते हैं। यह प्रक्रिया बच्चे के लिए तकलीफदेह होती है। क्योंकि हर बार उसे अलग-अलग सिरींज से ये टीके लगाए जाते हैं। डॉ. शुक्ला के अनुसार पेंटावलेंट टीका इन पांचों बीमारियों के एंटीजन वाला होगा। इससे बच्चे को एक बार में एक ही टीके का दर्द सहना होगा।
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