इंदौर। गाना ऐसा हो जो हर कोई आसानी से गुनगुना सके। न उसके लफ्ज़ बहुत कठिन हों, न ही धुन। मेरे गाने ऐसे ही हैं। आम आदमी के लिए। इसीलिए सुपरहिट हैं और हर किसी की ज़ुबां पर हैं। लोग अकसर मुझसे पूछते हैं कि साल के सबसे ज्यादा हिट गाने आप ही देते हैं। क्या वजह है। मेरा मानना है कि जो गाने आसान और खिलंदड़ होते हैं उनकी रीच ज्यादा होती है। ऐसे गाने वे भी गा पाते हैं जिनका गाने-बजाने से कोई नाता नहीं। शुक्रवार को एक निजी कार्यक्रम में वे प्रस्तुति देने आए थे। मयंक ब्लू वॉटर पार्क हुए इस कार्यक्रम में मिका तय वक्त से बहुत देरी से पहुंचे, लेकिन लाल मेरी पत रखियो से ऐसी एंट्री ली कि सुननेवाले झूम उठे। मिका जैसे खिलंदड़ हैं, गाते भी वैसा ही हैं। लाइव कन्सर्ट में और खुल कर गाते हैं। खाली पीली, खाली पीली रोकने का नई और प्यार की पुंगी जैसे खुद के नम्बर्स के साथ देखा ना हाए रे जैसे पुराने गीतों की मेडली गाई। शुरुआती दौर के सुपरहिट सॉन्ग सावण में लग गई आग भी सुनाया।
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