इंदौर. एमएड के रिजल्ट को लेकर देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी और कॉलेज आमने-सामने हो गए हैं। यूनिवर्सिटी ने यह कहते हुए रिजल्ट घोषित करने से इंकार कर दिया है कि कॉलेजों के पास एनसीटीई(नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन) की मान्यता ही नहीं है। ऐसे में कॉलेजों को संबद्धता जारी कर रिजल्ट घोषित करना गलत होगा। वहीं कॉलेजों ने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल लगभग 300 विद्यार्थी असमंजस की स्थिति में हैं।
दरअसल एमएड की मान्यता एनसीटीई ने यह कहते हुए खत्म कर दी थी कि जो कॉलेज नेक का दौरा नहीं करवाएगा, उसे मान्यता नहीं दी जाएगी। इसके खिलाफ कॉलेज संचालक हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट ने एनसीटीई को निर्देश दिया था कि वह कॉलेजों का भी पक्ष जाने। इसके बाद कॉलेजों ने अपना पक्ष रखा लेकिन कोई फैसला एनसीटीई की तरफ से नहीं हुआ। इसीलिए यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों की संबद्धता रोकते हुए रिजल्ट रोक रखा है। जबकि कॉलेजों का कहना है कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद रिजल्ट रोकना सही नहीं है। कुलसचिव आर.डी. मूसलगांवकर का कहना है कि कॉलेजों के पास जैसे ही मान्यता संबंधी पत्र आएगा रिजल्ट जारी हो जाएगा।
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