भोपाल. एटीएम ट्रांजेक्शन में होने वाली धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए बैंक अपने सभी ग्राहकों को नए एटीएम कार्ड दे रहे हैं। इन एटीएम कार्ड में मेग्नेटिक स्ट्रिप के साथ एक चिप भी लगी है। इन थ्रीडी चिप वाले एटीएम कार्ड का क्लोन बनाना संभव नहीं है। बैंक करीब डेढ़ साल से इस तरह के नए कार्ड जारी कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर ग्राहकों को जानकारी नहीं है। लिहाजा, शहर में करीब साढ़े चार लाख कार्ड होल्डरों में से 25 फीसदी के पास ही नए कार्ड हैं। सभी बैंकों ने खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में बायोमेट्रिक एटीएम लगाना शुरु किए हैं। इन एटीएम में पिन की जगह अंगूठे के निशान से रकम निकलती है। बायोमेट्रिक एटीएम मौजूदा मशीनों की तुलना में अधिक सुरक्षित माने जाते हैं, क्योंकि फिंगर प्रिंट को किसी भी स्थिति में कॉपी नहीं किया जा सकता। बैंक अधिकारियों के अनुसार अभी इन मशीनों का ट्रायल चल रहा है। इन मशीनों के संचालन में बैंकों की सबसे बड़ी परेशानी अपने सभी ग्राहकों के अंगूठे के निशान लेना और उन्हें सर्वर में सुरक्षित रखना है।
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