इंदौर। दादाजी के साथ रोज स्कूल जाते समय उसे अपनी उम्र के कुछ बच्चे यूं ही घूमते-फिरते दिखते थे। मन में सवाल कौंधता था कि ये स्कूल क्यों नहीं जाते। दादा से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा- ये गरीब हैं, पढ़ नहीं पाते इसलिए। यही बात देवास के सात वर्षीय भव्य आवटे के जेहन में घर कर गई। उसने अपने जन्मदिन पर घर में रखा गुल्लक फोड़ दिया और कुल जमा 107 रुपए भेज दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को..। साथ में तीन पन्ने का खत भी अपने ही अंदाज में लिखा और अपने गुल्लक के 107 रुपए को गरीब बच्चों के कल्याण पर खर्च करने की इल्तजा मोदी से की। कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री का जवाब आया। उन्होंने अपने पत्र में भव्य के इस प्रयास को सराहा और आभार माना।
आई लव यू मोदीजी..! : बालक भव्य ने बातचीत में बताया कि एलकेजी में पढ़ता हूं। स्कूल जाते समय बच्चों को घूमते देख दादा से सवाल पूछे थे। इसके बाद 25 जनवरी को जन्मदिन पर अपने गुल्लक को फोड़कर पैसे निकाले और प्रधानमंत्रीजी को भेज दिए। उन्होंने मेरे प्रयास को सराहा और जवाब भी भेजा है, यह कहते हुए भव्य ने मासूमियत से कहा- आई लव यू मोदीजी..।
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प्रधानमंत्री ने यह लिखा पत्र में : मोदी द्वारा बालक भव्य को देवास कोतवाली के पीछे स्थित घर के पते पर पत्र में कहा- प्रिय भव्य, मुझे ज्ञात हुआ है कि आपने देश के गरीब बच्चों के कल्याण के लिए अपनी बचत में से 107 रु. का अंशदान दिया है। मैं आपकी सराहना करता हूं कि आपको देश के गरीब बच्चों की कठिनाईयों का अहसास है। मैं आपकी इस सदभावना के लिए आभारी हूं।
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