
इंदौर.शहर में लगातार बढ़ते प्रदूषण को 30 फीसदी तक कम करने में आप भी हिस्सेदार बन सकते है। इसके लिए सप्ताह में एक दिन वाहन की बजाए साइकिल का उपयोग करना होगा। परिवहन विभाग की बैठक में एक दिन साइकिल-लोक परिवहन फॉर्मूले पर जोर देने की बात सामने आई है। शहर में यह फॉर्मूला लागू करें तो सड़कों से 11 लाख से अधिक वाहनों का बोझ कम होगा। यह स्थिति लगातार बनी रही तो औसत प्रदूषण में भी 20 से 30 फीसद तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। शहर की आबोहवा सुधारने के लिए हरियाली के साथ वाहनों को भी सड़क पर आने से रोकना होगा।
वाहनों के प्रदूषण के प्रति जागरूकता की पहल रोजाना सड़कों पर चल रहे दो पहिया, तीन पहिया व चार पहिया वाहनों से निकलने वाले जहर से शहर को बचाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार शहर में वाहनों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। औसत नौ प्रतिशत की दर से वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है। यह देश की औसत दर आठ प्रतिशत से अधिक तो है ही, महानगरों की श्रेणी के वृद्धि आंकड़ों में हम प्रथम 10 शहरों में भी शामिल हैं। वर्तमान में शहर में रोजाना 400 से 450 दो, तीन व चार पहिया नए वाहन उतर रहे हैं। चार साल के ही आंकड़ों को देखें तो तीन लाख से अधिक दो पहिया वाहन रजिस्टर्ड हुए और सड़कों पर चल रहे हैं। इनमें बाइक व स्कूटर हैं। विभिन्न तरह के
ट्रैफिक सर्वे के अध्ययन से पता चलता है, शहर में कॉलेज स्टूडेंट, कामकाजी लोग सभी दो पहिया वाहन का इस्तेमाल अपने कार्य स्थल पर जाने के लिए करते हैं। कॉलेज स्टूडेंट की संख्या देखें तो आंकड़ा 4.5 लाख के आसपास है। इसी तरह करीब 5.5 लाख लोग अपने कार्यस्थल पर जाते हैं। कार व अन्य वाहनों की संख्या जोड़ें तो यह आंकड़ा करीब 11 लाख वाहन प्रतिदिन के आसपास है।
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