
यू केन विन और यू केन सेल के ऑथर और मोटिवेशनल स्पीकर शिव खेड़ा ने स्टूडेंट्स से कहा-स्पीड से ज्यादा डायरेक्टशन पर फोकस रखना चाहिए….।
इस कथन को समझने के लिए उन्होंने एक कहानी बताई- एक प्लेन में पैसेंजर्स सवार थे। प्लेन उड़ाते समय कैप्टन ने अपने सहयोगी और सभी से दो बातें कहीं। पहली यह कि हम सभी समय से एक घंटा पहले पहुंच जाएंगे और दूसरी प्लेन का नेविगेटर खराब हो गया है।
सहयोगी ने सभी को पैराशूट से नीचे पहुंचाया। सभी करीब रात 9 बजे एक घने जंगल में पहुंचे, जहां दूर-दूर तक अंधेरा था। ऐसे में साउथ डायरेक्शन में जाने का निश्चय किया, लेकिन डायरेक्शन का पता कैसे लगाया जाए यह मुश्किल था। उसी समय एक सेलर घड़ी बेचने आया। उसके पास कंपास भी था। पैसेंजर ने घड़ी की बजाय कंपास खरीदा और डायरेक्शन का सही पता लगाया। यह कहानी सीख देती है कि लाइफ में स्पीड जरूरी है, लेकिन अगर डायरेक्शन नहीं होगा तो स्पीड का कोई फायदा नहीं। इसलिए स्पीड से ज्यादा सही डायरेक्शन पर फोकस रखना जरूरी है।
उन्होंने कहा, आज हम कम्प्यूटर से ज्यादा कम्र्फेटेबल हो रहे हैं। इसके कारण लोगों से अनकम्फर्टेबल होते जा रहे हैं। यह समझना जरूरी है, लाइफ हमें लोगों की बीच रहकर बितानी है न कि कम्प्यूटर के साथ। इसलिए टेक्नोलॉजी का उतना ही यूज किया जाए जितनी की जरूरत हो।
Leave a Reply