
इंदौर। एक्टिंग अपने अंदर की भावनाओं का रिएक्शन है। इसे जितना अच्छे से उभारकर प्रस्तुत करेंगे उतनी ही मंझे हुए कलाकार बनेंगे। मेरी मां ने मुझे कहा था कि जीवन की हर विपरीत परिस्थिति हमें कुछ न कुछ नया सीखने का मौका देती है। उनकी नसीहत पर चलकर ही मैं आज इस मुकाम पर हूं।
यह बात ‘कहानी घर- घर की’, ‘बड़े अच्छे लगते है’ सीरियल से पहचान बनाने वाली कलाकार और एंकर साक्षी तंवर ने कही।
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के दीक्षांत समारोह में आई साक्षी ने फिल्म और टीवी इंडस्ट्री से जुड़े अनुभव साझा किए।
साक्षी ने कहा कि बिना मेहनत के कोई भी सफलता हासिल नहीं कर सकता। स्वयं का अनुभव साझा करते हुए साक्षी ने कहा कि जब मैंने मुंबई की मनोरंजन इंडस्ट्री में पहली बार कदम रखा, तो शुरुआत में 12-12 घंटे लगातार काम करना पड़ता था।
शारीरिक और मानसिक थकान से परेशान होकर मैं अपनी मां को फोन लगाती थी, तो वे कहती थीं कि इस समय यदि तुमने बिना हार माने मेहनत कर ली, तो आगे चलकर जरूर अपना नाम कमाओगी। इसलिए बिना विचलित हुए काम करती रहो। मेरी विपरीत परिस्थितियों में मां द्वारा दिए गए ढांढस के ये शब्द मेरे लिए रामबाण की तरह काम करते थे।
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