
21 मई को उज्जैन सिंहस्थ में होने वाले अंतिम शाही स्नान के बाद इंदौर से जाने वाले लोगों को जमकर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। 21, 22 और 23 मई को इंदौर से जाने वाली सभी प्रमुख ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। सबसे ज्यादा निजामुद्दीन एक्सप्रेस में 22 मई को स्लीपर कोच में 752 वेटिंग है। मालवा एक्सप्रेस ट्रेन में इन दिनों की वेटिंग 300 से अधिक होने पर रेलवे ने रिजर्वेशन ही बंद कर दिया है।
उज्जैन में शाही स्नान में देश भर से श्रद्धालु आ रहे हैं। 21 मई को होने वाले शाही स्नान के दिन कुछ लोग वापस चले जाएंगे, जबकि अधिकांश यात्री इसके अगले दिन वापस जाएंगे। इसे देखते हुए सभी प्रमुख ट्रेन में लंबी वेटिंग है। सबसे ज्यादा स्लीपर कोच में वेटिंग है। जहां वेटिंग का आकंड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। रेलवे के पास अतिरिक्त कोच की व्यवस्था नहीं होने से वह ट्रेनों में कोच नहीं बढ़ा पा रहा है।
ट्रेन में लगातार वेटिंग बढ़ने से सबसे ज्यादा फायदा बस ऑपरेटर ही उठाएंगे। ऑल इंडिया परमिट पर चलने वाली बसों का ऑपरेटर मनमाना किराया वसूल करेंगे। इसमें परिवहन विभाग के अधिकारी भी इन पर नियत्रंण नहीं लगा पाते हैं। कई बार इंदौर से मुंबई का सामान्य एसी बस का किराया 2 हजार से ढाई हजार रुपए तक वसूल लिया जाता है, जबकि वाल्वों बस का किराया ही 3,500 से 4,500 तक वसूल लिया जाता है।
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