
तीन-चार दिन से 42 डिग्री के आसपास चल रहा तापमान बुधवार को 44.5 डिग्री तक पहुंच गया। गर्मी के तेवर ऐसे थे कि सुबह 8.30 बजे ही पारा 34.2 डिग्री पर था। दोपहर तक लोग गर्मी और उमस से परेशान हो गए।
गर्म हवा की मार झेल रहे लोगों की मुसीबत बुधवार को और ज्यादा बढ़ गई जब दिन का तापमान सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा उछल गया। वर्ष 2000 के बाद इंदौर में कभी इतना तापमान नहीं उछला। 2000 में मई में अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। मौसम विभाग में 1994 में 31 मई को 46 डिग्री सेल्सियस का ऑलटाइम रिकॉर्ड दर्ज है। हालांकि 1994 से 2000 के बीच का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है लेकिन मौसम विभाग का दावा है कि इस बीच भी मई में तापमान ने 44.5 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा पार नहीं किया है। दोपहर में शहर गर्म हवा की गिरफ्त में था। बच्चों से लेकर बड़े तक घर से निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सके। जो मजबूरी में घरों से निकले, उनके गर्मी से बचने के सभी उपाय नाकाफी साबित हुए।
Leave a Reply